महाराष्ट्र चुनावों में महायुति (भाजपा, शिवसेना एवं एनसीपी गठबंधन) को मिले जबरदस्त जनादेश तथा उपचुनावों में प्राप्त विजय भाजपा के प्रति जन-जन में निरंतर बढ़ता प्यार एवं आशीर्वाद दर्शाता है। महाराष्ट्र में जनादेश इतना विराट एवं भव्य है कि नवनिर्वाचित विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए भी विपक्ष आवश्यक सीटें प्राप्त नहीं कर सकीं तथा महायुति को 288 में से 230 सीटों पर जनता द्वारा विजय का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। पिछले 50 वर्षों के इतिहास में किसी भी चुनाव-पूर्व गठबंधन को इस जनादेश के आस-पास की भी सीटें प्राप्त नहीं हुई थीं। भाजपा 149 सीटों पर चुनाव लड़कर 90 प्रतिशत दर से सफलता प्राप्त करते हुए 132 सीटों पर विजयी रही। इस ऐतिहासिक जनादेश से पुनः एक बार ‘परफॉर्मेंस’ एवं विकास की जीत हुई है तथा ‘विकसित भारत’ का संकल्प और अधिक मजबूत हुआ है।
पूरा देश एक व्यापक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है तथा राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य अब पूरी तरह से बदल चुका है। आज पूरा देश ‘परफॉर्मेंस एवं विकास’ की राजनीति को एकजुट होकर अपना आशीर्वाद दे रहा है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य अब हर भारतीय का संकल्प बन चुका है तथा जनता अपना पूर्ण समर्थन दे रही है, ताकि ‘विकसित भारत’ का संकल्प साकार हो सके। ‘एक हैं, तो सेफ हैं’ के प्रधानमंत्री जी के आह्वान से जनता ने सभी प्रकार की दीवारें तोड़कर ‘महाविकास अघाड़ी’ (कांग्रेस, शिवसेना-यूटीबी तथा एनसीपी-एसपी गठबंधन) के विभाजनकारी राजनीति को पराजित किया। परिणामों में अघाड़ी की दुर्दशा इससे समझी जा सकती है कि यह 50 सीटों के भी पार नहीं जा सकी तथा मात्र 46 सीटों पर सिमट कर रह गई। इसकी वोट-बैंक एवं तुष्टीकरण की राजनीति, जो लोगों को बांटने पर आधारित है, उसे जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज, बाबा साहेब अंबेडकर एवं वीर सावरकर जैसे महापुरुषों का अपमान करने वाले अघाड़ी के नेताओं को महाराष्ट्र की जनता ने ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वे कभी नहीं भूल पाएंगे। यह फेक नैरेटिव एवं फरेब की राजनीति के मुंह पर एक करारा तमाचा है। कांग्रेस ने, जिसे इस तरह की निम्नस्तरीय राजनीति में महारत प्राप्त है, यह झूठ फैलाने का प्रयास किया कि एनडीए यदि जीती तो संविधान बदल देगी। परंतु यह झूठ भी जनता द्वारा नकार दिया गया। इससे कौन इंकार कर सकता है कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में संविधान पर निरंतर आघात किया और यहां तक कि देश पर आपातकाल तक थोपा। कांग्रेस ने संविधान का अपमान करते हुए मौलिक अधिकारों तक से जनता को वंचित कर दिया था, इसकी आत्मा को बार-बार कुचला एवं इसकी नीतियों एवं सिद्धांतों का तिरस्कार किया। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा सरकारों ने न केवल संविधान के प्रति श्रद्धानवत रहे, बल्कि पूरे देश को बाबा साहेब तथा संविधान निर्माताओं के बताए मार्गों पर चलने को प्रेरित किया। कांग्रेस ने कई विषयों पर लोगों को दिग्भ्रमित कर जनता के बीच खाई पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, परंतु पूरे महाराष्ट्र ने एकजुट होकर कांग्रेस की इस झूठ एवं फरेब की राजनीति को पराजित किया।
पूरा देश एक व्यापक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है तथा राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य अब पूरी तरह से बदल चुका है। आज जब पूरा देश ‘परफॉर्मेंस एवं विकास’ की राजनीति को एकजुट होकर अपना आशीर्वाद दे रहा है तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सुदृढ़ एवं दूरदर्शी नेतृत्व ‘विकसित भारत’ का पथ प्रशस्त कर रहा है। कांग्रेस के जनविरोधी, भ्रष्ट एवं घुटनाटेक कुशासन के दिन अब लद गए और पिछले दस वर्षों में एक नए भारत का उदय हुआ है, जिससे देश में आशा एवं विश्वास की नई किरणों का संचार हुआ है। महाराष्ट्र, हरियाणा तथा उपचुनावों के परिणामों के साथ-साथ प्रधानमंत्री जी को लगातार तीसरा जनादेश एक नई राजनैतिक संस्कृति को दर्शाता है, जिसमें विभाजनकारी ताकतें पराजित हुई हैं तथा देश के सर्वांगीण विकास के लिए किया गया कठोर परिश्रम का उत्सव मनाया जाता है। आज जब भाजपा पूरे देश के साथ-साथ महाराष्ट्र एवं झारखंड के विकास के लिए भी कृतसंकल्पित है, ‘जय शिवाजी, जय भवानी!’ का नाद चारों ओर गूंज रहा है तथा हृदय में ‘पंच प्रण’ एवं ‘विकसित भारत’ का मंत्र रखकर देश आगे बढ़ चला है।
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